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स्थान: लिंक हॉस्पिटल, ग्वालियर

मरीज़ विवरण:
उम्र: 12 वर्ष
लिंग: पुरुष


मरीज ने ओपीडी में स्पास्टिक क्वाड्रिपेरेसिस (विशेष रूप से दाहिने हाथ की कमजोरी और चलने में असामान्यता) की शिकायत की। पिछले कुछ महीनों से मरीज को चलने और हाथ की पकड़ में धीरे-धीरे कमजोरी महसूस हो रही थी। न्यूरोलॉजिकल जांच और रेडियोलॉजिकल स्कैन से पता चला कि मरीज को C-V जंक्शन में गंभीर एनोमली है।

चिकित्सीय जांच और निदान:


मरीज की एमआरआई और सीटी स्कैन ने निम्नलिखित असामान्यताओं की पुष्टि की:

       सी 1-सी 2 जॉइंट में असामान्य संरचना (प्सूडो जॉइंट)

       ऑक्सिपिटलाइज्ड सी1

       सी2 के पतले पेडिकल और लैमिना

       बेसिलर इनवैजिनेशन और सी2 का रेट्रोपल्शन

इन विकृतियों के कारण मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड पर दबाव बन रहा था, जिससे मरीज को गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो रही थीं। सबसे सौभाग्यशाली बात यह थी कि मरीज के वर्टेब्रल आर्टरी का सामान्य मार्ग बना हुआ था, जो ऑपरेशन को संभावित रूप से सुरक्षित बना रहा था।

उपचार योजना:
मरीज की स्थिति को देखते हुए, ऑपरेशन के बिना इसका कोई समाधान नहीं था।
Dr. Chandra की डीसीईआर तकनीक का उपयोग करते हुए डॉ प्रशांत राज सिंह (Dr Prashant Raj Singh) द्वारा किया गया है, निम्नलिखित चरणों में सर्जरी की गई:

  1. फोरेमेन मैग्नम का डिकंप्रेशन किया गया ताकि मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड पर दबाव कम हो सके।
  2. सी1-सी2 जॉइंट में 6 मिमी का स्पेसर डाला गया, जिससे अस्थियों के बीच की दूरी संतुलित हो सके।
  3. ऑक्सिपिटलाइज्ड प्लेट लगाई गई ताकि हड्डियों की स्थिति को स्थिर किया जा सके।
  4. दाहिनी ओर सी2 ट्रांसलामिनर स्क्रू और बाईं ओर सी3 और सी4 लैटरल मास स्क्रू लगाए गए, जिससे रीढ़ की संरचना को मजबूती प्रदान की जा सके।
  5. रेट्रोपल्शन सुधार के लिए डीसीईआर तकनीक का उपयोग किया गया, जिससे सी2 की असामान्य स्थिति को सही किया गया।

सर्जरी के बाद की स्थिति:


सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी हुई और मरीज को पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल में रखा गया। सर्जरी के बाद, मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार देखा गया। अब वह बिना किसी बड़ी परेशानी के खड़ा हो सकता है और धीरे-धीरे चल सकता है। यह जटिल ऑपरेशन डॉ प्रशांत राज सिंह द्वारा किया गया है, और  आयुष्मान योजना के अंर्तगत किया गया है

निष्कर्ष:
लिंक हॉस्पिटल, ग्वालियर में की गई इस जटिल सर्जरी ने एक 12 वर्षीय बच्चे के जीवन को नया रूप दिया है। सी-वी जंक्शन एनोमली जैसी दुर्लभ और जटिल स्थिति का निदान और उसका सफल उपचार एक उत्कृष्ट न्यूरोसर्जरी टीम और अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग का परिणाम है। मरीज की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है, और वह अब एक सामान्य जीवन की ओर बढ़ रहा है।

ध्यान देने योग्य बातें:

       सी1-सी2 जॉइंट एनोमली का सफल उपचार एक जटिल प्रक्रिया है, जिसमें विशेषज्ञता और उन्नत तकनीक की आवश्यकता होती है।

       इस ऑपरेशन ने साबित किया है कि लिंक हॉस्पिटल, ग्वालियर गंभीर और जटिल न्यूरोसर्जरी के लिए एक विश्वसनीय स्थान है।

लिंक हॉस्पिटल, ग्वालियर में की गई यह सर्जरी मरीज़ों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान है।

  • Client
    Male

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